प्रदेश में खुलेंगी दो मत्स्य मंडी, मत्स्य कारोबार को लगेंगे पंख, मत्स्य पालन दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दी सौगात
प्रदेश में खुलेंगी दो मत्स्य मंडी, मत्स्य कारोबार को लगेंगे पंख, मत्स्य पालन दिवस पर मुख्यमंत्री पुष
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मत्स्य पालन क्षेत्र में स्वरोजगार बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना शुरू करने की घोषणा की। इसके अलावा मत्स्य पालकों को बाजार की सुविधा उपलब्ध करानेके लिए गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्र में एक-एक मत्स्य मंडी खोलने की भी बात कही। मत्स्य व्यवसाय के लिए बिजली की दरें कृषि की तर्ज पर निर्धारित की जाएंगी।
सर्वे चौक स्थित आईआरडीटी सभागार में राष्ट्रीय मत्स्य पालन दिवस पर हुए कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने मत्स्य निदेशालय बड़ासी ग्रांट में 2.53 करोड़ की लागत से मत्स्य प्रसंस्करण यूनिट का शिलान्यास किया। सीएम ने विभाग की ओर से मत्स्य उत्पादन पर लगाए गए स्टालों का अवलोकन किया। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत लाभार्थियों को मोटरसाइकिल और आइस बॉक्स भेंट किए। जनपद ऊधमसिंहनगर व हरिद्वार जिले में मत्स्य पालन के लिए ग्राम समाज के तालाबों के पट्टों का आवंटन और मत्स्य पालन के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले 26 मत्स्य पालकों को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की तर्ज पर मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना शुरू की जाएगी। मत्स्य पालन को कृषि का दर्जा देते हुए मत्स्य पालन में लगने वालीं विद्युत दरों को कृषि दरों पर निर्धारित किया जाएगा।
सीएम ने मैदानी क्षेत्रों के साथ पर्वतीय क्षेत्र में मत्स्य उत्पादन बढ़ने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि यह स्वरोजगार के लिए एक नई उम्मीद है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में प्रत्येक क्षेत्र में विभिन्न योजनाओं का शुभारंभ हुआ है। प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत योजना और केंद्र व राज्य सरकार की अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं से समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को आगे लाने का कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर विधायक खजान दास, विधायक बृजभूषण गैरोला, विधायक उमेश शर्मा काऊ, मेयर सुनील उनियाल गामा, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, पशुपालन सचिव डॉ. बीवीआरसी पुरूषोत्तम आदि मौजूद थे।
11 हजार लोग जुड़े हैं मत्स्य पालन से
पशुपालन एवं मत्स्य विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि राज्य में मत्स्य पालन की काफी संभावनाएं हैं। वर्तमान में 11 हजार लोग प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से मत्स्य पालन से जुड़े हैं। आने वाले पांच सालों में इसे 20 हजार पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। पर्वतीय क्षेत्रों में ट्राउट फार्मिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है। बागेश्वर व पिथौरागढ़ में मछली उत्पादन के रेजवेज बनाया जाएगा। सजावटी मछलियों के उत्पादन को भी सरकार बढ़ावा देगी।
इन मत्स्य पालकों को किया सम्मानित
ऊधमसिंह नगर से विशुका मंडल, सुवर्णा प्रमाणिक, पौड़ी जिले से वीरेंद्र नेगी, जगत सिंह, अरविंद नेगी, बागेश्वर से दलीप सिंह व दरबान सिंह, नैनीताल से अनुज चतुर्वेदी, मनमोहन, रुद्रप्रयाग से कुंवर सिंह, कमल सिंह, चंपावत से नारायण सिंह, रामलाल, देहरादून से संदीप कपूर, सुभाष क्षेत्री, अल्मोड़ा से बालम सिंह, सुनील सिंह, चमोली से पृथ्वीराज सिंह, मोहन सिंह, उत्तरकाशी से कपिल रावत, जयपाल सिंह, टिहरी से सुभाष रावत, सुंदर लाल, पिथौरागढ़ से दीप गर्ब्याल, भूपेंद्र सिंह, हरिद्वार से बालेश देवी, मत्स्य जीवी सहकारी समिति भिस्तीपुर को मत्स्य उत्पादन में बेहतर कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया।